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श्रीगुरुपादुका महिमा
श्रीगुरुपादुका महिमा आशा है "श्रीगुरु महिमा" नामक इस श्रंखला का प्रथम लेख आपने पढ़ लिया होगा। शास्त्रों में गुरुपादुका की महिमा बहुत विस्तार से वर्णित है। गुरुत्रय के पादुका मन्त्र ...
श्रीगुरु महिमा
Glory Of The Guru श्रीगुरु महिमा गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुर्गुरुर्देवो महेश्वर:। गुरुरेव परब्रह्म तस्मै श्रीगुरुवे नम:।। ३२।। गुरु ही ब्रह्मा है, वही विष्णु और वही महेश्वर (शिव) भी है। यह तीन रूप ...
तान्त्रिक सन्ध्या परिचय एवं संकल्प
Tantrik Sandhya Introduction And Sankalpam तान्त्रिकसन्ध्या श्रीविद्योपासना का आवश्यक अङ्ग है। इसे चार बार प्रात:, मध्याह्न, सायं तथा मध्यरात्रि में तुरीय सन्ध्या के रूप में सम्पन्न किया जाता है।आइए अब ...
रश्मिमाला भाग-०२
।।श्रीसद्गुरुचरणकमलेभ्यो नम:।। ।।श्रीललितामहात्रिपुरसुन्दर्यै नम:।। रश्मिमाला भाग-०२ आइए अब रश्मिमाला की रश्मियों अर्थात् मन्त्रों के विषय में चर्चा कर लें। रश्मिमाला के अन्तर्गत आनेवाले मन्त्र विभिन्न समूहों में क्रमबद्ध किए गए ...
रश्मिमाला – भाग ०१
श्रीसद्गुरुचरणकमलेभ्यो नम:।। ।।श्रीललितामहात्रिपुरसुन्दर्यै नम:।। रश्मिमाला भाग-०१ निगम आगम शास्त्रों में शक्ति उपासना के विविध आयाम उपलब्ध हैं। इनमें सर्वश्रेष्ठ साधना श्रीविद्या को माना गया है। यह परम रहस्यमयी श्रीविद्या अत्यन्त ...
गुरुत्रय औघत्रय- भाग ०2
श्रीसद्गुरुचरणकमलेभ्यो नम: श्रीललितामहात्रिपुरसुन्दर्यै नम: गुरुत्रयं औघत्रयं - भाग ०२ ॐ नमो ब्रह्मादिभ्यो ब्रह्मविद्यासम्प्रदायकर्तृभ्यो वंशर्षिभ्यो महद्भ्यो नमो गुरुभ्यः । सर्वोपप्लवरहितः प्रज्ञानघनः प्रत्यगर्थो ब्रह्मैवाहमस्मि ॥ १॥ ॐ नारायणं पद्मभुवं वसिष्ठं शक्तिं च ...
गुरुत्रय औघत्रय- भाग ०१
श्रीसद्गुरुचरणकमलेभ्यो नम: श्रीललितात्रिपुरसुन्दर्यै नम: गुरुत्रय तथा औघत्रय- भाग-1 साधनापथ के अनुगामी समस्त साधक गुरुतत्व के महत्व से अपरिचित नहीं हैं। श्रीविद्योपासकों के लिए तो यह और अधिक गम्भीर एवं महत्वपूर्ण ...